बैंगन बहुमुखी पौधे हैं जिन्हें बारहमासी के रूप में उगाया जा सकता है, हालांकि उन्हें आम तौर पर वार्षिक के रूप में उगाया जाता है। उन्हें घर के अंदर लगाया जा सकता है और जब वे कम से कम छह इंच की ऊंचाई तक पहुंच जाते हैं और मौसम कम से कम 55 डिग्री फ़ारेनहाइट तक गर्म हो जाता है, तो उन्हें बाहर लगाया जा सकता है।
इनडोर बुवाई:
गमले या ट्रे तैयार करें: बुवाई के लिए प्रत्येक गमले या ट्रे में आधा इंच गहरा छेद करें।
बीज बोएं: प्रत्येक छेद में दो बीज डालें।
बीजों को ढकें: बीजों को हल्के से मिट्टी से ढक दें।
सूर्य के प्रकाश में रखें: गमलों या ट्रे को ऐसी खिड़की के पास रखें जहां पूर्ण सूर्य का प्रकाश आता हो।
नमी का रखरखाव: बैंगन नम मिट्टी में पनपते हैं, इसलिए मिट्टी को पर्याप्त रूप से पानी देना महत्वपूर्ण है।
महीन करना:
- जब आपको पत्तियों के दो सेट उगते हुए दिखें, तो उनमें से कमज़ोर को मिट्टी के स्तर तक काटकर पतला कर दें। इससे पौधे का मज़बूत और स्वस्थ विकास सुनिश्चित होता है।
बाहर रोपाई:
- पतला करने के बाद, बैंगन को बाहर रोपें। मिट्टी में नमी बनाए रखने के लिए उन्हें रोज़ाना पानी दें।
सहायता और देखभाल:
- चूंकि फसलें भारी हो सकती हैं, इसलिए टूटने से बचाने के लिए खंभों, डंडों या अन्य उपयुक्त संरचनाओं का उपयोग करके सहारा प्रदान करें।
कटाई:
- जब बैंगन के गोले चमकदार हो जाएं तो उन्हें बेल से तोड़ लें। यह इस बात का संकेत है कि वे खाने के लिए तैयार हैं।
बैंगन - बुनियादी जानकारी
- लैटिन नाम: सोलनम मेलोंगेना
- अन्य नाम: ऑबर्जिन, बैंगन बैंगन,
- रंग: गहरा बैंगनी
- स्वाद: नमकीन और हल्का कड़वा
उगाने संबंधी जानकारी:
- परिपक्वता हेतु दिन: 80 दिन
- कठोरता क्षेत्र: 5-12
- रोपण गहराई: 1-2 इंच
- पौधों के बीच की दूरी: 12-24 इंच
- पंक्ति अंतराल: 2 फीट
- विकास की आदत: सीधा खड़ा होना
- मिट्टी की प्राथमिकता: अच्छी जल निकासी वाली, तापमान 50 से 75 डिग्री के बीच। कम्पोस्ट वाली मिट्टी इस किस्म को बढ़ने में मदद कर सकती है।
- तापमान वरीयता: गर्म
- प्रकाश वरीयता: पूर्ण सूर्य
बैंगन (सोलनम मेलोंगेना) को ऑबर्जिन, ब्रिंजल, मेलोंगेन या गिनी स्क्वैश जैसे कई नामों से जाना जाता है। अपने गहरे बैंगनी रंग और एक स्वादिष्ट, हल्के कड़वे स्वाद के साथ, यह सब्जी विभिन्न व्यंजनों में समृद्धि जोड़ती है। बैंगन की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी, 50 से 75 डिग्री के बीच का तापमान और गर्म परिस्थितियों की आवश्यकता होती है। पौधे की वृद्धि की आदत सीधी होती है, और उन्हें 12-24 इंच की दूरी पर रखने की सलाह दी जाती है। पूर्ण सूर्य के संपर्क में आने से इस बहुमुखी सब्जी की वृद्धि में वृद्धि होती है। रोग/कीट:
एफिड्स, व्हाइटफ्लाई और लीफहॉपर के प्रति संवेदनशील।